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खेती के साथ साथ भेड़ पालन से लाखो कैसे कमाए

नमस्कार किसान मित्रो खेती बाड़ी के साथ भेड़ पालन कैसे करें और भेड़ पालन से कैसे अधिक मुनाफा कमाएं
अपने देश के किसान प्राचीन टाइम से ही खेती-किसानी करने के साथ साथ अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए पशुपालन करते आ रहे है | इसी कड़ी में आप भी भेड़ पालन का व्यवसाय करके किसान अच्छा खाशा मुनाफा ले सकते हैं। भारत में भेड़ पालन का व्यवसाय दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। आज के इस आधुनिक युग में नए-नए उन्नत तरीकों को अपना कर किसान भेड़ पालन कर रहे हैं। किसान मित्र भेड़ पालन का काम खेती के साथ साथ कर सकते हैं, क्योंकि भेड़ ज्यादातर घास फुश , हरा भरा चारा या खरपतवार खाकर ही अपना पालन करती हैं। जिसके कारण भेड़ पालन देखभाल में ज्यादा खर्चा करने कि आवश्यकता नहीं है |

देश के कुछ राज्यों में इस समय बहुत ज्यादा ठण्ड पड़ रही है। कुछ जगह पर तो न्यूनतम पारा गिरकर 4 डिग्री सेल्सियस से भी नीचेआ गया है।सर्दी के इस सीजन में गर्म कपड़ों की डिमांड भी बढ़ गई है। ऐसे में भेड़ पालन का निर्णय किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भेड़ पालन बहुत कामयाब मन जाता है । भेड़ से सिर्फ ऊन ही नहीं बल्कि दूध, मांस और चमड़ा भी मिलता है। जिससे किसान काफी मुनाफा ले सकते हैं। किसान भाईयों आज हम फार्मिंग एक्सपर्ट की पोस्ट में आपके साथ भेड़ पालन से जुड़ी सभी मुख्य जानकारियां साझा करेंगे।

भेड़ की उन्नत प्रजाति कौन सी है ?


भेड़ की भी बहुत सी प्रकार की प्रजाति होती है। जौ हमें दूध, ऊन, मांस व चमड़ा प्राप्त होता है। भारत कि अगर बात कि जाये तो भारत में मालपुरा,मारवाड़ी, जैसलमेरी, मंडियां, गद्दी, मगरा मैरिनो, कोरिडायल रामबुतु, छोटा नागपुरी, केंगूरी, चोकला, बीकानेरी, नाली शहाबाबाद प्रजाति की भेड़ों का धंधा बहुतायत में होता है। सर्दियों के सीजन में ये भेड़े बंपर मुनाफा दे कर जाती है । भेड़ पालन के मुख्य विशेषज्ञों के मुताबिक , एक किसान मात्र 1 लाख रुपए के खर्च से अपना भेड़ पालन काधंधा शुरू कर सकता है।

कैसे करें भेड़ पालन की शुरुआत ?


भेड़ पालन (Sheep Rearing) कि शुरूवात करने से पहले कुछ विशेष तरह कि चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। भेड़ पालन व्यवसाय शुरू करने से पहले भेड़ पालन से संबंधित हर प्रकार की जानकारी लेनी चाहिए। जिससे व्यवसाय को शुरू करने के बाद आपको किसी तरह की परेशानी या संशय का सामना ना करना पड़े।

भेड़ पालन शुरू करने से पहले इस से जुडी सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानना आवश्यक होता है क्योंकि आज के समय सरकारे बहुत से धंधो कि शुरुवात के लिए सब्सिडी यानि अनुदान देती है । भेड़ पालन कि शुरुवात दो से तीन भेड़ो के साथ भी कर सकते है। भेड़ पालन में अधिक मुनाफा कमाने के लिए हमें बड़े पमाने पर इसकी शुरुवात करनी चाइए । इसमें लगभग 40 से 50 भेड़ो से आप स्टार्ट कर सकते है | इससे भी बड़ेस्तर पर पालन करने के लिए भेड़ों कि संख्या का निर्धारण नहीं किया जा सकता। इनकी संख्या आपअपने हिसाब से अपनी निवेश की राशि और अपनी क्षमता के आधार पर निर्धारित कर सकते हैं।

कम पैसे में भेड़ पालन व्यवसाय की शुरुआत कैसे करे ?


कृषि विशेषज्ञों के अनुसार किसान सिर्फ 1 लाख रुपये के खर्चे में अपना भेड़ पालन शुरू कर सकता है। मार्केट में एक भेड़ की कीमत 3 – 8 हजार रुपये तक होती है। भेड़ पालन की शुरुवात आप वर्ष के किसी भी महीने से कर सकते हैं। 20 भेड़ों के लिए 500 scqure feet का बाड़ा काफी होता है। इस बाड़े को आप आसानी से 30 से 40 हजार रुपये में तयार कर सकते है |

भेड़ पालन
भेड़ पालन

भेड़ पालन व्यवसाय करने हेतु आवश्यक चीजें

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व्यवसाय की शुरुआत के लिए बहुत सारी चीजों की आवश्यकता होती है। जिनके बिना धंधे की शुरूवात नहीं की जा सकती। उसी प्रकार भेड़ पालन का व्यवसाय करने के लिए भी कुछ मूलभूत चीजों की जरूरत होती है। जो निम्न प्रकार से हैं-

भेड़ पालन व्यवसाय करने के लिए जमीन


किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए जमीन की आवश्यकता सबसे पहले पड़ती है। भेड़ पालन के व्यवसाय के दौरान छोटे स्तर पर किसान भाई इसे अपने घर पर भी आसानी से कर सकते हैं। लेकिन बड़े पैमाने पर भेड़ पालन करने के लिए भिन्न से भूमि की आवश्यकता होती है। बड़े पैमाने पर भेड़ का पालन करने के लिए पशुओं के रहने, खाने- पानी जैसी सभी प्रकार कि मुलभुत सुविधाओं कीआवश्यकता होती है। भेड़ पालने के टाइम एक भेड़ के विकास के लिए दस वर्ग फिट जमीन की जरूरत होती है। जमीन का चयन भेड़ों की संख्या के आधार पर करना चाहिए।

भेड़ पालन व्यवसाय के लिए चारागाहों की व्यवस्था कैसे करे


अगर आप एक जगह पर ही भेड़ों का पालन करना चाहते हैं तो आपको भेड़ों के खान पान के लिए चरागाह बनाना चाहिए। जिसमें हरे चारे के रूप में विभिन्न प्रकार के घांस को उगाया जाता है। जिससे भेड़ों को हरा चारा आसानी से मिल सके । चारागाहों के निर्माण के समय उनके चारों तरफ कंटीले तारों को या जाली लगा देना चाहिए। जिससे भेड़ चारागाह से बाहर ना आ जा सके और बाहर के अन्य जीव जंतु भी अंदर ना आ जा सके।

भेड़ पालन के लिए बाड़े का निर्माण क्यूँ आवश्यक है


भेड़ पालन के टाइम सभी पशुओं को एक साथ एक स्रथान पर रखा जा सकता है। क्योंकि इनमें आपस में लड़ने की प्रवृति नहीं पाई जाती है। लेकिन नर भेड़ और गर्भित भेड़ को अलग से रखना चाइए । सामान्य रूप से बाड़े का निर्माण मौसम के आधार पर कर सकते है जौ ज्यादा अच्छा रहता है ।


गर्मियों के मौसम में बाड़ें को चारों तरफ से खुला रखना चाहिए। इसके बाड़े का निर्माण करते समय गर्मियों में बाड़े की छत पर कच्ची घास फूस और कागज के गत्तों से बनानी चाहिए, क्योंकि कच्ची छत के नीचे भेड़ को गर्मियों में तेज़ धूप का अहसास नहीं होता और भेड़ आसानी से रह सकती हैं। जबकि सर्दी के मौसम में भेड़ को रात में रहने के लिए बन्ध बाडे जरूरत होती है। ठंड के मौसम में भेड़ों में मृत्यु दर अधिक पाई जाती है। इसके लिए सर्दियों में भेड़ों को बंद बाड़े में उचित तापमान के आधार पर रखना चाहिए।

Sheep Farming -भेड़ों के लिए भोजन कि वयवस्था


भेड़ो के सही विकास के लिए उनको खान पान की उचित मात्रा की जरूरत होती है। वैसे तो भेड़ों को सामान्य रूप से चारागाहों में या खुले घास के मैदान यानि खुले खेतो में चराया जाता है। भेड़ों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर गुमना पड़ता है।

भेड़ों को चारागाहों में या खेतो में सुबह और शाम के समय चराना चाहिए और दोपहर के वक्त भेड़ों को आराम करवाना चाइए |सर्दियों के मौसम में पशुओं को खुले में चराने के दौरान ज्यादा टाइम तक बाहर नहीं रखना चाहिए। सर्दियों के सीजन में पशुओं को धूप निकलने पर ही खुले में चराना चाहिए। जिन पशुओं को बाहर खुले में नहीं चराया जाता उन्हें घर पर रखकर ही उचित मात्रा में भोजन दिया जाना चाहिए। चारे के अलावा भेड़ों को दाना भी दिया जाता है। जिसमें प्रत्येक गर्भित और नर पशु को रोजाना 300 ग्राम से ज्यादा दाना देना चाहिए जिससे उनका विकाश सही हो ।

भेड़ पालन के लिए ठंड का महीना फायदेमंद होता है


(Bhed Palan) करने वाले किसानों के लिए ठंड का महीना बहुत फायदेमंद साबित होता है | ठण्ड के महीने में ऊन की मांग भी बढ़ जाती है। ऐसे में भेड़ों के रोएं का उपयोग ऊन को बनाने के लिए किया जाता है | उसकी डिमांड के साथ-साथ किसान को ऊन का दाम भी अच्छा मिल जाता है।

भेड़ पालन व्यवसाय से मुनाफा व लाभ/भेड़ पालन के फायदे


एक साल में एक भेड़ दो बार प्रजनन की क्षमता रखती है और अगर भेड़ कि देखभाल अच्छे से देखभाल की जाए तो एक मादा भेड़ से दो बच्चे एक प्रजनन में प्राप्त किए जा सकते हैं। अगर किसान एक बार में 15 मादा भेड़ों के साथ धंधा शुरू करता है तो उसके पास एक वर्ष में ही 50 के आसपास भेड़ें हो जाती हैं। 1 भेड़ की कीमत मार्केट में लगभग 7 से 8 हजार रु की होती हैं। जिससे किसान साथी आसानी से सभी खर्चे निकालने के बाद लाखों रुपए की कमाई पा सकते हैं। इसके अलावा किसान भाई जैव उर्वरक, दूध, मांस, ऊन व चमड़ा आदि बेचकर भी मुनाफा कमा सकता है।