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नरमा की सबसे अच्छी किस्मे 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार Top cotton seeds

नमस्कार किसान साथियों ( Top cotton seeds ) बहुत से क्षेत्रो में रबी की फसले अपने अंतिम दौर में चल रही है यानि कटने और निकलने की कगार पर है |भारत के बहुत से इलाको में सरसों की फसल निकाली जा चुकी है और काफी क्षेत्रो में गेहूं की भी कटाई शुरू हो चुकी है |ऐसे में जिन किसान भाइयो ने अपनी सरसों की फसल निकल ली है वो अब नरमा / कपास की बुवाई की तैयारी कर रहे है |

नरमा कपास की बुवाई का अभी अगेती सीजन चल रहा है तो बहुत से किसानो के सामने ये सवाल रहता है की नरमा कपास की कौनसी किस्म की बुवाई करे ताकि उनको अच्छी उपज और अच्छी पैदावार मिल सके | कई बार बहुत से किसानो को बिज की सही जानकारी नहीं होने की वजह से और बाजार में उपलब्ध नकली बीजो की वजह से घटा उठाना पड़ता है | आज हम आपको नरमा कपास की अगेती बुवाई के लिए अच्छी किस्मो के बारे में बताएँगे ताकि आप अच्छा उत्पादन ले सके | आपसे निवेदन है की जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़े |

Top cotton seeds
Top cotton seeds

आज हम आपको ऐसी किस्मो के बारे में बताएँगे जिसे अपने खेत में बुवाई करके आप अच्छा उत्पादन ले सकते है |

नरमा की उन्नत किस्मे और जानकारी Top cotton seeds

RCH 776 : दोस्तों RCH 776 किस्म किसानो के बिच काफी लोकप्रिय है और इसका प्रयोग बहुत बड़े स्तर पर किया जाता है | पिछले वर्ष की बात करे तो देश के काफी हिस्सों में इसकी बुवाई की गयी थी| इसके उत्पादन की बात करे तो इस किस्म का उत्पादन भी काफी अच्छा देखने को मिला था | इस किसम की खास बात यह है की इस किस्म में टिंडे का आकर काफी अच्छा देखने को मिलता है और इस किस्म में कीट प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है जिसकी वजह से हमें बहुत ही कम कीटनाशको का उपयोग करना पड़ेगा |

RCH 773 : दोस्तों नरमा की यह किस्म राशी सीड्स कम्पनी की है | इस किस्म की बात करे तो यह किस्म किसानो की अधिक पैदावार में काफी कारगर साबित हो रही है | इस किसम की सबसे खास बात यह है की इस किस्म में लीफ कर्ल जैसे रोग का असर बहुत कम होता है |इसके साथ ही नरमे में लगने वाले रस चूसने वाले कीड़ो के प्रति यह किस्म काफी सहनशील होती है | इस किस्म में टिंडे का आकार भी काफी बड़ा होता है | यह किस्म मध्यम भारी जमीन के लिए काफी उप्युक्त मणि जाती है | इसके पौधे की ऊंचाई की बात करे तो इसकी ऊंचाई भी काफी अच्छी जाती है |

श्री राम 6588 : दोस्तों श्री राम 6588 की यह किस्म BT बायो सीड्स कम्पनी की शंकर किसम है | इस किस्म की रोग प्रेतिरोधक क्षमता की बात करे तो इसमें सुंडी और पत्ती सिकुड़ने वाले रोग से बचने की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अधिक होती है | इस किस्म का अधिकतम उत्पादन 28 क्विंटल / हेक्टयेर तक ले सकते है | यह किस्म राजस्थान और मध्य प्रदेश के इलाको में काफी बड़े स्तर पर लगाई जाती है |

राशी 773 : दोस्तों जो किसान साथी नरमा की अगेती बुवाई करना चाहते है उन किसानो के लिए यह किस्म सबसे बेहतर है | यह किस्म काली और जलोढ़ मिटटी के लिए बहुत ही उपयुक्त है इसके साथ ही जिन क्षेत्रो में अधिक पानी की समस्या रहती है उन क्षेत्रो के लिए यह किस्म बहुत ही उपयुक्त है | इसके साथ ही इस किस्म में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है जिससे इसमें कम कीट नाशको का उपयोग करना पड़ता है | सुंडी और अन्य रोगों की बात करे तो इसका असर इस किस्म पर बहुत कम देखने को मिलता है |

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राशी 776 : दोस्तों यह किस्म उन क्षेत्रो के लिए भी कारगर होती है जहाँ पर पानी की मात्रा काफी कम रहती है उन क्षेत्रो के लिए भी यह किस्म उपयुक्त मानी जाती है | इस किस्म की बुवाई हम अप्रैल से लेकर जून तक कर सकते है |यह किस्म तैयार होने में लगभग 170 दिन का समय लेती है | इस किस्म में रस चुस्क रोग की सम्भावना बहुत ही कम होती है | और इस किस्म की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक होती है |

अंकुर अजय 555 BG : दोस्तों जिन क्षेत्रो में नहरी पानी है उन क्षेत्रो के लिए यह किस्म बहुत ही बेहतर मानी गयी है | इस किस्म में टिंडे का आकार काफी बड़ा होता है और इसके पौधे की लम्भी भी काफी अच्छी जाती है | यह किस्म रस चुसक कीड़ो के प्रति काफी रोग प्रतिरोधक होती है |

बायर सर्पस 7172 BG : दोस्तों इस किस्म की बुवाई आप अगेति और सामान्य समय दोनों पर कर सकते है | इसके लिए उचित समय की बात करे तो इसके लिए उचित समय अप्रैल माह सही समय है | यह किस्म पकने में लगभग 160 दिन का समय लेती है और इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी अच्छे स्तर पर होती है | इसके साथ ही आपको बता दे की यह किस्म उन क्षेत्रो में ज्यादा उपयोगी है जहाँ पर अधिक मात्रा में सिचाई के साधन उपलब्ध है |

US एग्री सीड : दोस्तों इस किस्म का सर्वाधिक उपयोग मध्य और दक्षिण भारत में किया जाता है | इस किस्म के पकने का समय लगभग 160 दिन होता है | इस किस्म में रेशे की लम्बाई काफी अधिक होती है | इसके टिंडे का आकर भिओ काफी बड़ा होता है इसके एक टिंडे का वजन औसतन 6 ग्राम तक हो सकता है |

राशी 650 : दोस्तों इस किस्म की सबसे खास बात यह है की इस किस्म की बुवाई हम किसी भी प्रकार की मिटटी में कर सकते है | इस किस्म को पानी की आवश्यकता काफी कम होती है | इस किस्म के उत्पादन की बात करे तो इसका उत्पादन लगभग 12 क्विंटल / एकड़ तक आ जाता है | इस किस्म का सबसे ज्यादा उपयोग राजस्थान मध्यप्रदेश पंजाब  आदि राज्यों में किया जाता है | इस किस्म में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अधिक होती है और इसके तने की लम्बाई भी अच्छी होती है|

दोस्तों यह जानकारी इंटरनेट और कृषि चैनल से उपलब्ध जानकारी के आधार पर दि गयी है अतः आपसे निवेदनम है की आप अपने विवेक और कृषि विशेषज्ञों  की राय से ही नरमा कपास के बीज का चुनाव करे |

धन्यवाद टीम FARMING XPERT Top cotton seeds