wheat exporting report – घरेलू बाजार भाव ऊंचा होने से गेहूं का निर्यात सरकारी स्तर पर भी बंद आपूर्ति एवं घरेलू प्रभाग में उपलब्धता की स्थिति को सुगम बनाने तथा बढ़ते बाजार भाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने मई 2022 में गेहूं के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
लेकिन सरकारी स्तर पर इसका निर्यात चालू रखा था। जब कीमतों में नरमी नहीं आई नवम्बर 2022 में सरकार तब से सरकार स्तर पर निर्यात रोक दिया गया। रोक लगने से पूर्व भारत से बांग्ला देश को 12.98 लाख टन, गेहूं का इंडोनेशिया को 8.62 लाख टन, दक्षिण कोरिया को 5.05 लाख टन, संयुक्त अरब अमीरात को 4.56 लाख टन तथा यमन को 2.53 लाख टन गेहूं का निर्यात हो चुका था। ( wheat exporting report )
खुले बाजार में गेहू क्यों लाना पड़ा सरकार को ?
उपलब्ध आंकड़ों के में भारत मुताबिक दिसम्बर 2022 से बांग्ला देश तथा भूटान को 391 टन गेहूं भेजा गया जबकि नवम्बर 2022 में केवल भूटान को 375 टन गेहूं भेजा गया था। कृषि बाजार भाव सर्विस इसके मुकाबले अक्टूबर 2022 में बांग्ला देश, इंडोनेशिया एवं मलेशिया जैसे देशों को लगभग 66 हजार टन गेहूं का निर्यात किया गया था। अप्रैल-दिसम्बर 2022 को नौ माह की अवधि के दौरान भारत से दुनिया के करीब 69 देशों को कुल मिलाकर 46 लाख टन गेहूं का निर्यात किया गया। अप्रैल से जनवरी तक गेहूं के घरेलू बाजार भाव में जबरदस्त तेजी-मजबूती का माहौल बना रहा इसलिए अब सरकार को अपने स्टॉक का गेहूं घरेलू बाजार में उतारने के लिए विवश होना पड़ा।
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कब तक खुल सकता है गेहू का निर्यात 2023 –
कुछ महीनों तक सरकार ने अपने स्तर से जरूरतमंद देशों को गेहूं का निर्यात जारी रखा मगर जब केन्द्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक घटकर पिछले छह साल के निचले स्तर पर आ गया तब उसकी बिक्री भी रोक दी गई। पिछले आठ महीनों के दौरान गेहूं के बाजार भाव में दोहरे अंक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और गत माह यह वृद्धि 25.05 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। कृषि बाजार भाव सर्विस सरकार ने गेहूं के साथ-साथ इसके सभी मूल्य संवर्धित उत्पादों- आटा, मैदा एवं सूजी आदि के निर्यात पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है। निकट भविष्य में निर्यात खुलने की संभावना नहीं है लेकिन यदि सरकारी अनुमान के अनुरूप गेहूं का घरेलू उत्पादन नए रिकॉर्ड स्तरी पर पहुंचता है तो स्थिति का आंकलन- परीक्षण करने के बाद सरकार इसके निर्यात की अनुमति देने पर विचार कर सकती है।
FCI की तीसरी गेहू की ई नीलामी में उतरेगा इतना गेहू – wheat exporting report
गेहूँ 22 फरवरी को होने वाली नीलामी के लिए 11.72 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर भारतीय खादय निगम (एफसीआई) ने 22 फरवरी को आयोजित होने वाली तीसरी ई-नीलामी के लिए कुल 11.72 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया है। जो देश भर में फैले इसके 620 डिपो पर उपलब्ध होगा परसों यानी 22 फरवरी (बुधवार) को इस गेहूं की बिक्री के लिए खरीदार बोली लगा सकेंगे। ( wheat exporting report )
न्यूनतम आरक्षित मूल्य में करीब 200 रुपए प्रति क्विंटल की भारी कटौती होने के बाद गेहं की यह पहली नीलामी बिक्री होगी इसलिए इस पर सबका ध्यान केन्द्रित है। (खाद्य मंत्रालय) एफएक्यू संवर्ग के गेहूं का रिजर्व सरकार ने मूल्य 2350 रुपए प्रति क्विंटल से घटाकर 2150 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। इसी तरह यूआरएस गेहूं का आरक्षित मूल्य 2175 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है।
खादय मंत्रालय के अनुसार जिन बिडर्स ने 17 फरवरी की रात 10 बजे तक एम जंक्शन के ई-पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है उन्हें तीसरे चक्र की ई नीलामी में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। धरोहर राशि डिपॉजिट तथा अपलोड (ईएमडी) जमा करने की अंतिम तिथि 21 फरवरी नियत की गई है जबकि नीलामी की प्रक्रिया 22 फरवरी को पूर्वाहन 11 बजे शुरू हो जाएगी।
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